Monday, March 29, 2010

राहुल की रैली पर राजनीति थमी



आंबेडकर नगर जिला प्रशासन ने अंतत: राहुल गांधी की रैली के लिए मंजूरी दे दी है। बाबा साहब भीमराव आंबेडकर जयंती के अवसर पर 14 अप्रैल को कांग्रेस ने आंबेडकर नगर में रैली का आयोजन किया है, जिसमें राहुल गांधी मुख्य अतिथि के तौर पर शामिल होंगे और कांग्रेस यात्रा को हरी झंडी दिखाएंगे। उधर, इसी दिन बीएसपी ने यूपी के सभी जिला मुख्यालयों पर महिला आरक्षण बिल के विरोध में प्रदर्शन करने का फैसला लिया है। कांग्रेस महासचिव एवं अमेठी के सांसद राहुल गांधी की राह में ये बसपा का नया रोड़ा माना जा रहा था। उत्तर प्रदेश में कांग्रेस और बसपा के बीच रस्साकशी तो चल ही रही है। इस बार मुद्दा अम्बेडकरनगर में डा0 भीमराव अम्बेडकर की जयन्ती 14 अप्रैल को आयोजित कांग्रेस महासचिव राहुल गांधी की रैली को माना जा रहा था। इस रैली स्थल को लेकर कांग्रेस और उत्तर प्रदेश में सत्तारुढ़ बहुजन समाज पार्टी के बीच खींचतान प्रशासनिक स्तर पर चल रही थी। कांग्रेस प्रस्तावित स्थल पर ही रैली करने पर अमादा थी, जबकि बसपा का कहना था कि उस स्थल के पास स्थित डा0 अम्बेडकर की प्रतिमा पर हर वर्ष 14 अप्रैल को कार्यक्रम किया जाता है। पुलिस अधीक्षक आर.के.स्वर्णकार ने दो दिन पूर्व कहा था कि जिला कांग्रेस कमेटी ने हवाई पट्टी पर रैली की अनुमति मांगी है लेकिन प्रस्तावित रैली स्थल से 50-60 मीटर की दूरी पर ही डा0 अम्बेडकर की प्रतिमा है, जहां हर वर्ष अम्बेडकर जयन्ती पर बसपा कार्यक्रम आयोजित करती है। ऐसे में कांग्रेस को वहां रैली की अनुमति देना मुश्किल है। कांग्रेस को रैली के लिए तीन अन्य स्थल सुझाए गए। इनमें शिवबाबा, मण्डी समिति और पुलिस लाइन तथा हवाई पट्टी के बीच का स्थान शामिल था। कांग्रेस ने सुझाए इन स्थानों के बारे में खामोशी साधे रखी। उन्हीं दिनों जिला कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष रामकुमार पाल का कहना था कि प्रशासन ने उन्हें राहुल के रैली स्थल के संबंध में कोई लिखित अनुमति अभी तक नहीं दी है। उन्हें सूचना मिली है कि प्रशासन रैली स्थल बदलवाने की कोशिश में लगा है। प्रस्तावित स्थल की यदि अनुमति नहीं मिलती है तो वह इसकी सूचना हाईकमान को देंगे और अगली कार्रवाई के लिए हाईकमान के निर्देशों का इंतजार करेंगे। यदि जिला प्रशासन प्रस्तावित स्थल पर रैली की अनुमति नहीं देता है तो माना जाएगा कि राज्य सरकार के दबाव में प्रशासन ने ऐसा किया। बहरहाल, कहा चाहे कुछ भी जाए, इन दिनों कदम-कदम पर बसपा और कांग्रेस ऐसी रणनीतियां बनाकर चल रही हैं, जिसका नफा-नुकसान आगामी विधानसभाई चुनाव के राजनीतिक निहितार्थ लिए हो। फिलहाल रैली मामले पर बसपा के इशारे पर अम्बेडकर नगर प्रशासन ने पांव पीछे खींच लिए हैं। अब राहुल की रैली का रास्ता साफ हो चला है।

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