Tuesday, March 30, 2010
सांसद का रेला पुलिस ने बीच रास्ते रोका
राजस्थान में जुगाड़ पर पाबंदी के खिलाफ हजारों लोगों के साथ सड़क पर उतरे दौसा के निर्दल सांसद किरोड़ीलाल मीणा
पुलिस की नाकेबंदी के बाद प्रदेश सरकार से वार्ता के लिए हो गए तैयार, लेकिन अपनी दोनों मांगों पर अभी पूरी तरह अटल
राजस्थान में गुर्जर नेता किरोड़ी बैंसला तो गुर्जर आरक्षण को लेकर माहौल गर्माए ही हुए थे, इसी बीच दौसा के निर्दल सांसद किरोड़ीलाल मीणा ने भी ताल ठोंक दिया। सांसद मीणा ने जुगाड़ पर पाबंदी के खिलाफ बाकायदा रैली निकालते हुए जयपुर कूच करने का आह्वान कर दिया। हाइकोर्ट ने सरकार को जुगाड़ वाहनों पर पाबंदी लगाने निर्देश दे रखा है। पता चला है कि सरकार ने भी सांसद का प्रोग्राम रोकने के लिए कमर कसते हुए पुलिस को एलर्ट कर दिया कि वह सांसद को अपने समर्थकों के साथ शहर से बाहर न निकलने दे। रैली को दौसा में ही रोक दिया जाए। वह न रोका जा सके तो बस्सी के पास रोक दिया जाए। इसके लिए बस्सी में बड़ी संख्या में फोर्स को मुस्तैद कर दिया गया। इलाके में आधा दर्जन से अधिक एएसपी और करीब एक दर्जन डिप्टी एसपी के अलावा आरएसी, बार्डर होमगार्ड सहित अर्द्धसैनिक बल तैनात हो गए। इस बीच शाम को पता चला कि सरकार की मुस्तैदी के बाद दौसा सांसद प्रदेश सरकार से वार्ता के लिए तैयार हो गए। वे सचिवालय में परिवहन मंत्री बृजकिशोर शर्मा, गृह सचिव व कई अन्य अधिकारियों से बात करेंगे। जयपुर पहुंचने से पहले ही कानोता के पास उन्हें प्रशासन ने रोक लिया। वहां पर मीणा और उनके समर्थकों ने पांच घंटे तक हाईवे जाम रखा। सांसद के साथ उनके हजारों समर्थक मोटरसाइकिलों पर सवार होकर दौसा से दोपहर दो बजे रवाना हुए, लेकिन जयपुर से 15 किलोमीटर पहले ही कानोता के पास उन्हें रोक दिया गया। पता चला है कि सांसद ने दो मांगें सरकार के सामने रखी हैं। उनका कहना है कि सरकार जुगाड़ पर हाईकोर्ट द्वारा लगाए प्रतिबंध पर पुनर्विचार याचिका दायर करे और जुगाड़ों का रजिस्ट्रेशन करवाए। दोपहर को हजारों लोगों के साथ सांसद दौसा के कलेक्ट्रेट चौराहे से जुलूस के रूप में निकले। इससे पहले उन्होंने लोगों को संबोधित किया। सभा में उन्होने वही मांग उछाली कि जुगाड़ बंद नहीं होने देंगे। सरकार रोजगार मुहैया कराए।
(फोटो साभार दैनिक भास्कर से)
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