Tuesday, March 30, 2010
सांसद वरुण ने माया सरकार को चेताया
सहारनपुर में भाजपा के राष्ट्रीय सचिव और पीलीभीत से सांसद वरुण गांधी ने कहा कि वे राजनीति में चुनाव जीतने या सत्ता हासिल करने के लिए नहीं बल्कि अपने लोगों के सम्मान की रक्षा के लिए संघर्ष करने आए हैं। यदि वे ‘गांधी’ उपनाम की बजाय किसी और जाति के होते तो आज उन्हें यह जगह नहीं मिलती। यह दुर्भाग्य की बात है कि प्रतापगढ़ में मात्र 20 रुपए, मामूली कपड़े, कुछ मिठाई और बर्तन के लिए 65 लोगों की शहादत हो जाती है, लेकिन पाँच करोड़ और 10 करोड़ की माला पहनने वाली मायावती उर्फ ‘मालावती’ के पास उन गरीबों को देने के लिए मुआवजे की राशि तक का इंतजाम नहीं है। भाजपा के युवा सांसद ने कहा कि वे इस मंच के माध्यम से मायावती के खिलाफ नहीं बोलेंगे क्योंकि चुनाव में मायावती ने उन्हें बहुत प्यार और सम्मान दिया था, हमारा समय आने पर उन्हें उससे ज्यादा प्यार तथा सम्मान दिया जाएगा। हमारे ऊपर आज यह जिम्मेदारी है कि हम अमीरों के बजाय आम परिवारों के नौजवानों को उनका सम्मान दिलाएँ। उन्होंने सलाह दी कि यदि नौजवानों को लंबे समय के लिए कर्ज दिया जाए तो वे विभिन्न व्यवसायों को अपनाकर अपने सपनों को सफल कर सकते हैं। कपड़े और अन्य सामान का व्यापार करने वाला व्यापारी जब स्वयं सामान का रेट तय करता है तो किसान को भी उसकी फसल का रेट खुद तय करने का अधिकार दिया जाना चाहिए। उन्होंने गोहत्या को सांप्रदायिक पाप और कानूनी जुर्म मानते हुए कहा कि गोहत्या केवल हिन्दुओं से जुड़ा मामला नहीं है बल्कि यह राष्ट्रीय मुद्दा है।
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